शिक्षा ही सर्वश्रेष्ठ माध्यम है जिसके द्वारा मानव अपने व्यक्तित्व का समुचित विकास
कर समाज में स्वयं को स्थापित कर सकता है तथा समाज को नयी दिशा देने में सक्षम हो
सकता है। इक्कीसवी सदी में भारत सम्पूर्ण विश्व के नेतृत्वकर्ता के रूप में ख्यातिलब्ध हो
इसके लिए आवश्यक है कि सम्पूर्ण भारत शैक्षिक दृष्टि से विकसित हो। पूर्वी उत्तर प्रदेश
शैक्षिक दृष्टि से तुलनात्मक रूप में अत्यन्त पिछड़ा क्षेत्र रहा है. जहाँ शैक्षिक वातावरण के
उत्थान की अत्यन्त आवश्यकता है. ताकि पूर्वाचल के नौनिहालों के जीवन में व्याप्त अंधेरे को
शैक्षिक प्रकाश पूँज से दूर किया जा सके। इन्हीं तदान्त व पावन भावों को आत्मसात कर
पूर्वांचल के शैक्षिक उन्नयन के यज्ञ में अपनी आहूति देने को संकल्पित राम गुलाम राय राजा
देवी चेरिटेबल ट्रस्ट, गोरखपुर द्वारा गोरखपुर महानगर के पूर्वी छोर पर रामगढ़ताल के किनारे
अति पिछड़े क्षेत्र में राम गुलाम राय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय की स्थापना की गयी, जहाँ
से शिक्षण-प्रशिक्षण के क्षेत्र में अलख जगाने की शुरुआत हो सके और पूर्वाचल के बचपन का
ज्ञान पूर्ण मानवीय दृष्टि प्रदान कर राष्ट्र के उत्थान में समर्पण हेतु तत्पर युवाओं के निर्माण के
लिए प्रशिक्षित अध्यापकों की श्रृंखला विकसित की जा सके।